Supply Chain Management Planning in Hindi-SCM में प्लानिंग क्या होता हैं

Supply Chain Management Planning in Hindi-SCM में प्लानिंग क्या होता हैं :-

इस पोस्ट में,  हम आपको Planning के बारे में बताने जा रहे हैं ,  इसके पहले पोस्ट में मैंने सप्लाई  चैन  मैनेजमेंट के बारे में विस्तार से बताया हैं.

अब इस पोस्ट में, हम पांच कॉम्पोनेन्टस मे से एक कॉम्पोनेन्ट प्लानिंग के बारे में बात करेंगे , पाँचो कॉम्पोनेन्टस के नाम देखने के लिए पिछले पोस्ट को देखें .

Supply Chain Management Planning in Hindi:-

हमको सबसे पहले यह समझना होगा की प्लानिंग क्या होता हैं, फिर ये समझने की कोशिस करेंगे की इसकी जरूरत क्यों पड़ती हैं , और ये इतना इम्पोर्टेन्ट फैक्टर क्यों हैं .

अगर हम प्लानिंग की परिभासा  पर जाते हैं तो प्लानिंग एक वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक गतिविधियों के बारे में सोचने की एक प्रक्रिया है”.

प्लानिंग में हमेशा किसी भी वर्क का प्रॉपर अनुसूची होती हैं , जैसा की निचे दिया गया हैं .

  • कब
  • कहाँ
  • क्यों
  • कैसे

किसी भी काम को , प्रोसेस को कब स्टार्ट , ख़तम (एन्ड), पॉज (रोकना) हैं और कहा , क्यों , कैसे करना हैं , ये सब प्लानिंग के महत्वपूर्ण

फैक्टर हैं .

आसान शब्दो में समझे तो, जैसे एक स्टूडेंट जो की 7th क्लास में हैं, और उसको Engineering करनी हैं, तो उसको पहले से ही प्लानिंग करनी होती हैं.

जैसे नौवे क्लास में साइंस और मैथ सब्जेक्ट लेने होंगे , फिर बारहवीं क्लास के बाद , Engineering का एग्जाम देना होता हैं , और पास होने के बाद , आप आज किसी अच्छे कॉलेज मैं एडमिशन ले पाएंगे .

इसके लिए स्टूडेंट को पहले से ही जानकारी रखनी होती हैं, की किस किस कॉलेज के फॉर्म कब कब और कहाँ से मिलते हैं, और एग्जाम की डेट क्या हैं , एग्जाम देने और पास करने के बाद ही आप एडमिशन ले सकते हैं .

तो आप समझ सकते हैं, की एक नार्मल स्टूडेंट के लाइफ में भी प्लानिंग कितना महत्तव रखता हैं, तो SCM में ये कितना महत्व रखता होगा.

SCM में प्लानिंग ही, ये डिफाइन करेगी की रॉ मटेरियल कब और कितना, किस quality का होना चाहिए .

और सब चीजे प्रोडक्ट के पूरा बन जाने तक और उसे कस्टमर तक सही समय और सही मात्रा, गुणवत्ता के साथ पहुंचने में  काम में आती हैं .

एक बार कंपनी सही प्लानिंग से काम करती हैं, तो उसका गुडविल ही नहीं  बल्कि उसके goal भी सफलतापूर्वक प्राप्त हो जाते हैं .

किसी भी प्लानिंग के कुछ प्रोसेस होते हैं और प्लानिंग का हमेशा एक उद्देश्य होता हैं, एक अच्छी प्लानिंग से आप SCM में निचे दिए गए उद्देश्य को पा सकते हैं .

  • सही प्लानिंग से रिसोर्सेस और टाइम का अच्छा उपयोग किया जा सकता हैं
  • सही प्लानिंग से रिस्क को काम किया जा सकता हैं
  • सही प्लानिंग से कंपनी की  दक्षता और प्रोडक्ट के गुडवात्ता में मुख्य सुधार होता हैं

प्लानिंग के दो फीचर होते हैं –

Ø  A Goal–Oriented Approach

Ø  Forward Looking Process

Ø  A Goal–Oriented Approach – प्लानिंग समेशा कंपनी के goal से लिंक्ड होती , बिना goal और टारगेट के सही प्लानिंग नहीं  हो सकती हैं, तो हम कह सकते हैं ,

की प्लानिंग goal oriented होती हैं .

Ø  Forward Looking Process – ये प्लानिंग का मुख्य फ़ीचर होता हैं, क्योकि ये प्लानिंग फोरकास्टिंग से जुड़ा रहता हैं.

तो अगर प्लानिंग को एक sentence में समझना हो तो , प्लानिंग में हम पुराने डाटा से आज बैठ कर फ्यूचर (भविष्य) का आंकलन करते हैं .

तो अभी तक हमने सीखा की SCM में प्लानिंग क्या हैं, तथा ये भी जाना की, ये किसी भी कंपनी के लिए बहुत महत्वापूर्ण हैं , अब हम अगले

पोस्ट में से इसके दूसरे पहत्वपुर्ण कॉम्पोनेन्ट के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

थैंक यू।

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